अंतरराष्ट्रीय कॉल्स से सावधान: फर्जी कॉल्स की रिपोर्ट करें DoT संचार साथी पोर्टल पर

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आजकल साइबर क्राइम के बढ़ते मामलों के साथ, धोखाधड़ी के तरीके भी दिन-ब-दिन स्मार्ट और जटिल होते जा रहे हैं। विशेष रूप से अंतरराष्ट्रीय कॉल्स के माध्यम से ठगी करने की घटनाएं तेजी से बढ़ रही हैं। कई बार हमारे पास ऐसी कॉल्स आती हैं, जिनमें भारतीय नंबर दिखाई देता है, लेकिन वास्तव में वह कॉल विदेश से की जा रही होती है। ऐसे मामलों में, यह संभावना होती है कि यह कॉल साइबर अपराधी या धोखाधड़ी करने वाले द्वारा की गई हो।

यदि आपके पास कोई अंतरराष्ट्रीय कॉल आए, जिसमें:
1. भारतीय नंबर प्रदर्शित हो रहा हो, या
2. कॉल पर कोई नंबर प्रदर्शित नहीं हो रहा हो,

तो आपको तुरंत सतर्क हो जाना चाहिए। यह धोखाधड़ी का संकेत हो सकता है।

ऐसी कॉल्स के खतरे
1. फिशिंग (Phishing): कॉलर आपसे आपकी निजी जानकारी जैसे कि बैंक डिटेल्स, OTP, या आधार नंबर मांग सकता है।
2. वायरल फ्रॉड: यह कॉल आपके फोन में मालवेयर या स्पाईवेयर डालने का प्रयास कर सकता है।
3. सामाजिक ठगी (Social Engineering): कॉलर आपसे भावनात्मक रूप से जुड़ने का नाटक कर सकता है और पैसे या अन्य लाभ की मांग कर सकता है।

क्या करें जब ऐसी कॉल आए?
1. कॉल पर कोई जानकारी न दें: कॉलर के कहने पर अपने बैंक खाते, आधार कार्ड, या अन्य संवेदनशील जानकारी साझा न करें।
2. कॉल को अनदेखा करें: यदि आपको कॉल संदिग्ध लगे, तो उसे काट दें।
3. DoT संचार साथी पोर्टल पर रिपोर्ट करें: ऐसी कॉल्स की जानकारी तुरंत संचार साथी पोर्टल पर दें।
4. टोल फ्री नंबर पर शिकायत दर्ज करें: आप 1800110420 या 1963 पर कॉल करके इसे रिपोर्ट कर सकते हैं।

DoT संचार साथी पोर्टल क्या है?

DoT (Department of Telecommunications) द्वारा लॉन्च किया गया संचार साथी पोर्टल भारत में साइबर सुरक्षा और टेलीफोन फ्रॉड से निपटने के लिए एक मजबूत कदम है। यह पोर्टल:
• संदिग्ध कॉल्स की पहचान करने में मदद करता है।
• फर्जी अंतरराष्ट्रीय कॉल्स की जानकारी इकट्ठा करता है।
• ग्राहकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए ठोस कदम उठाता है।

रिपोर्ट करना क्यों जरूरी है?
1. अपराधियों की पहचान: आपकी रिपोर्ट से पुलिस और संबंधित विभाग अपराधियों तक पहुंच सकते हैं।
2. दूसरों को बचाना: समय पर रिपोर्ट करने से अन्य लोगों को ठगी का शिकार होने से बचाया जा सकता है।
3. सुरक्षित डिजिटल माहौल: आपकी सतर्कता पूरे देश में साइबर क्राइम को रोकने में सहायक हो सकती है।

अंत में…

सतर्क रहना ही बचाव है। अंतरराष्ट्रीय कॉल्स के नाम पर होने वाली धोखाधड़ी से बचने के लिए सतर्कता और जानकारी ही सबसे बड़ा हथियार है। इसलिए, यदि आपको कोई संदिग्ध कॉल प्राप्त हो, तो तुरंत उसे रिपोर्ट करें और दूसरों को भी जागरूक करें।

आपकी सतर्कता ही साइबर अपराध के खिलाफ सबसे बड़ा कदम है। DoT और संचार साथी पोर्टल का उपयोग करें और भारत को साइबर सुरक्षित बनाने में अपनी भूमिका निभाएं।

Stay Alert, Stay Safe!

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Adarsh Singhal & Associates

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